अब मिरे वास्ते हर मौज है आग़ोश-ए-सुकूँ By Sher << बहुत बदला मज़ाक़-ए-दिल ख़... आई ख़िज़ाँ की याद तो दिल ... >> अब मिरे वास्ते हर मौज है आग़ोश-ए-सुकूँ बहर-ए-ग़म में जो नहीं है कोई साहिल न सही Share on: