सभी हिंदी शायरी
वापसी का टिकट
इंसान ने इंसान को ईज़ा पहुँचाने के लिए जो मुख़्तलिफ़ आले और तरीक़े इख़्तियार किए हैं उनमें सबसे ज़ियादा ख़तरनाक है टेलीफ़ोन साँप के काटे का मंत्र तो हो स...
क़लंदर
ग़ाज़ीपूर के गर्वमैंट हाई स्कूल की फ़ुटबाल टीम एक दूसरे स्कूल से मैच खेलने गई थी। वहाँ खेल से पहले लड़कों में किसी छोटी सी बात पर झगड़ा हुआ और मारपीट शुरू...
सुना है आलम-ए-बाला में कोई कीमिया-गर था
फिर शाम का अंधेरा छा गया। किसी दूर दराज़ की सरज़मीन से, न जाने कहाँ से मेरे कानों में एक दबी हुई सी, छुपी हुई आवाज़ आहिस्ता-आहिस्ता गा रही थी, ...
जानकी
पूना में रेसों का मौसम शुरू होने वाला था कि पेशावर से अ’ज़ीज़ ने लिखा कि मैं अपनी एक जान पहचान की औरत जानकी को तुम्हारे पास भेज रहा हूँ, उसको या तो पूना...
बेगू
तसल्लियां और दिलासे बेकार हैं। लोहे और सोने के ये मुरक्कब में छटांकों फांक चुका हूँ। कौन सी दवा है जो मेरे हलक़ से नहीं उतारी गई। मैं आपके अख़लाक़ का मम...
दिल ख़ुश हुआ है मस्जिद-ए-वीराँ को देख कर
दिल ख़ुश हुआ है मस्जिद-ए-वीराँ को देख कर ...
दिल ख़ुश हुआ है मस्जिद-ए-वीराँ को देख कर
दिल ख़ुश हुआ है मस्जिद-ए-वीराँ को देख कर ...
वो अबरू याद आते हैं वो मिज़्गाँ याद आते हैं
वो अबरू याद आते हैं वो मिज़्गाँ याद आते हैं ...
वो अबरू याद आते हैं वो मिज़्गाँ याद आते हैं
वो अबरू याद आते हैं वो मिज़्गाँ याद आते हैं ...