सभी हिंदी शायरी

उड़ने की कोई अच्छी सज़ा दीजिए हमें

उड़ने की कोई अच्छी सज़ा दीजिए हमें ...

hamza-bilal

शे'रों में अपना दर्द रक़म कर नहीं सके

शे'रों में अपना दर्द रक़म कर नहीं सके ...

hamza-bilal

सब के घर में ये चराग़ाँ नहीं देखा जाता

सब के घर में ये चराग़ाँ नहीं देखा जाता ...

hamza-bilal

कभी मेरे लिए दो पल निकालो

कभी मेरे लिए दो पल निकालो ...

hamza-bilal

इस त'अल्लुक़ को निभाओ तो कोई शे'र कहूँ

इस त'अल्लुक़ को निभाओ तो कोई शे'र कहूँ ...

hamza-bilal

इन गर्म आँसुओं की रवानी में साथ दे

इन गर्म आँसुओं की रवानी में साथ दे ...

hamza-bilal

हमें अब हिज्र उस का खल रहा है क्या किया जाए

हमें अब हिज्र उस का खल रहा है क्या किया जाए ...

hamza-bilal

हमारी छत पे भी सूरज का इंतिज़ाम हुआ

हमारी छत पे भी सूरज का इंतिज़ाम हुआ ...

hamza-bilal

गिर्या-ओ-ज़ारी का सामान उठा लेते हैं

गिर्या-ओ-ज़ारी का सामान उठा लेते हैं ...

hamza-bilal

बुझती आँखों में हसीं ख़्वाब कहाँ आते हैं

बुझती आँखों में हसीं ख़्वाब कहाँ आते हैं ...

hamza-bilal

बद-क़िस्मती पे ज़ोर मिरा चल नहीं रहा

बद-क़िस्मती पे ज़ोर मिरा चल नहीं रहा ...

hamza-bilal

अश्क आँखों में बहाने के लिए रक्खे हैं

अश्क आँखों में बहाने के लिए रक्खे हैं ...

hamza-bilal

तुम सोने चाँदी की कान और लोहा-लक्कड़ हम

तुम सोने चाँदी की कान और लोहा-लक्कड़ हम ...

farhat-ehsas

मुझ को सरशार किए रखती है इक मानस-गंध

मुझ को सरशार किए रखती है इक मानस-गंध ...

farhat-ehsas

मौत मेरा इक ज़रा सा काम कर

मौत मेरा इक ज़रा सा काम कर ...

farhat-ehsas

जल्सा ये ता'ज़ियत का अभी मुल्तवी रखें

जल्सा ये ता'ज़ियत का अभी मुल्तवी रखें ...

farhat-ehsas

'इश्क़ के काम को अंजाम नहीं करते हम

'इश्क़ के काम को अंजाम नहीं करते हम ...

farhat-ehsas

ग़ुरूर-ए-कातिब-ए-तक़दीर तोड़ डालते हैं

ग़ुरूर-ए-कातिब-ए-तक़दीर तोड़ डालते हैं ...

farhat-ehsas

तुम्हें ये ग़म है कि अब चिट्ठियाँ नहीं आतीं

तुम्हें ये ग़म है कि अब चिट्ठियाँ नहीं आतीं

charagh-sharma

कोई ख़त-वत नहीं फाड़ा कोई तोहफ़ा नहीं तोड़ा

कोई ख़त-वत नहीं फाड़ा कोई तोहफ़ा नहीं तोड़ा

charagh-sharma
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