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जहाँ जहाँ पर दरवाज़ा था वहाँ वहाँ दीवार हुई
जहाँ जहाँ पर दरवाज़ा था वहाँ वहाँ दीवार हुई ...
दिल-ए-पज़-मुर्दा को हम-रंग-ए-अब्र-ओ-बाद कर देगा
दिल-ए-पज़-मुर्दा को हम-रंग-ए-अब्र-ओ-बाद कर देगा ...
आज तो घर में कोई नहीं है आज तो खुल के रो लेंगे
आज तो घर में कोई नहीं है आज तो खुल के रो लेंगे ...