मेरी ख़ामोशी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता… खामोश शायरी इन हिंदी, Attitude << औकात कि बात क्या करती है ... अगर आपकी वजह से किसी की ज़... >> मेरी ख़ामोशी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता….. और शिकायत में दो लफ्ज़ कह दूँ तो वो चुभ जातें हैं। Share on: