हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए Breakup << मोहब्बत को मज़बूरी का नाम ... उम्मीद से बढ़ के निकली तु ... >> हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गएअब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गएहालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारीप्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए। Share on: