मोहब्बत में लाखों ज़ख़्म खाए हमने Breakup << जिनके चाहने वाले हो हज़ारो... सपना कभी साकार नही होता >> मोहब्बत में लाखों ज़ख़्म खाए हमनेअफ़सोस उन्हे हम पर ऐतबार नही...मत पूछो क्या गुज़रती है दिल पर,जब वो कहते हैं उन्हे हमसे प्यार नही.....!!! Share on: