हम से खेलती रही दुनिया ताश के पत्तो की तरह Admin Decent << ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब ह... पहले जैसा रंग नहीं है जीव... >> हम से खेलती रही दुनियाताश के पत्तो की तरह,जिसने जीता उसने भी फेकाजिसने हारा उसने भी फेका| Share on: