इस मोबाइल को यूँ ही न बदनाम करो चाय शायरी इन हिंदी, Decent << क्रोध से भ्रम पैदा होता ह... झूठ कहते हैं कि संगत का ह... >> इस मोबाइल को यूँ ही न बदनाम करो...कुछ रिश्ते गंवाए तो कुछ बचाए भी है इसने. Share on: