कागज पर तो अदालत चलती है ! कागज पर शायरी, Decent << मेरे रोने से तुझे आये जो ... वक्त के साथ-साथ बहुत कुछ ... >> कागज पर तो अदालत चलती है !...हमें तो बस तेरी आँखों के फैसले मंजूर हैं.. Share on: