मंजिले बहुत है और अफ़साने भी बहुत है Admin हिंदी शायरी दुःख भरी, Decent << आज ऊँगली थाम ले मेरी "वफ़ा" सीखनी है तो "मौत" स... >> मंजिले बहुत है और अफ़साने भी बहुत है,जिंदगी की राह में इम्तिहान भी बहुत है,मत करो दुःख उसका जो कभी मिला नहीदुनिया में खुश रहने के बहाने भी बहुत है। Share on: