पहले जैसा रंग नहीं है जीवन की रंगोली में Admin बेस्ट जीवन शायरी, Decent << हम से खेलती रही दुनिया ता... खामोश रहता हूँ क्योंकि अभ... >> पहले जैसा रंग नहीं हैजीवन की रंगोली में,जाने कितना ज़हर भरा है अबलोगों की बोली में| Share on: