वक्त के साथ-साथ बहुत कुछ बदल जाता है मेरे अहसास शायरी, Decent << कागज पर तो अदालत चलती है ... किसी की मजबूरियाँ पे न हँ... >> वक्त के साथ-साथ बहुत कुछ बदल जाता है......लोग भी रास्ते भी अहसास भी,और कभी – कभी हम खुद भी| Share on: