"रिश्तों की रस्सी कमज़ोर तब हो जाती है इन्सान पर शायरी, Inspirational << जिंदगी में जो चाहो हासिल ... "दरिया" बन कर किसी को डुब... >> "रिश्तों की रस्सी कमज़ोर तब हो जाती है...जब इन्सान....ग़लत फ़हमी में पैदा होने वाले सवालों के ज़वाब भी ख़ुद बना लेता है...." Share on: