शीशा और रिश्ता वैसे दोनों नाजुक होते हैं Inspirational << स्वास्थ्य सबसे बड़ी दौलत ... दो कदम दूर >> शीशा और रिश्ता वैसे दोनों नाजुक होते हैंबस फर्क तो इतना है कि शीशा गलती से टूट जाता हैऔर रिश्ता गलतफैमियों से! Share on: