एक लड़का पार्क में साईकल चला रहा था। उस की माँ बड़े फ़ख़्र से उसे देख रही थी। पहले चक्कर में जब लड़का माँ के क़रीब से गुज़रा तो कहा देखिए “अम्मी हाथों के बग़ैर” दूसरे चक्कर में आवाज़ लगाई “देखिए अम्मी पैरों के बग़ैर।” तीसरे चक्कर में वो बड़ी देर बाद आया तो रोनी सूरत बना कर बोला। “देखिए अम्मी दाँतों के बग़ैर।”