जोश मलीहाबादी बिल उ’मूम शराब पीते वक़्त टाइम पीस सामने रख लेते और हर पंद्रह मिनट के बाद नया पैग बनाते थे लेकिन ये पाबंदी अक्सर तीसरे चौथे पैग के बाद नज़र-ए-जाम हो जाती थी। एक सोहबत में उन्होंने पहला पैग हलक़ में उंडेलने के बाद अपने टाइम पीस की तरफ़ इशारा करते हुए मजाज़ से कहा, “देखो मजाज़! मैं कितनी बाक़ायदगी से शराब पीता हूँ। अगर तुम भी घड़ी सामने रखकर पिया करो, तो बद एहतियाती से महफ़ूज़ रहोगे।” मजाज़ उसी वक़्त चहकते हुए बोले: “घड़ी तो क्या जोश साहिब! मेरा बस चले तो घड़ा सामने रखकर पिया करूँ...!”