जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहीं Admin झूठ शायरी इन हिंदी, Other << क़ब्र की मिट्टी हाथ में ल... हादसों की ज़द में हैं तो ... >> जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहींआइने की सादगी से झूठ की पटती नहीं ज़िंदगी में गम नहीं फिर ज़िंदगी में क्या मजासिर्फ खुशियों के सहारे ज़िंदगी कटती नहीं।This is a great रोशनी पर शायरी. True lovers of shayari will love this रोशनी की शायरी. Share on: