चारासाज़ों की चारा-साज़ी से Admin बदनामी शायरी, Qita << आहटों के सराब में गुम हैं ज़रा दम तो ले ले तूफ़ाँ क... >> चारासाज़ों की चारा-साज़ी से दर्द बदनाम तो नहीं होगा हाँ दवा दो मगर ये बतला दो मुझ को आराम तो नहीं होगा Share on: