देखो तो तीरा-ओ-तारीक फ़ज़ा का आलम By Qita << क्या ज़िद है कि बरसात भी ... कामयाबी का है 'रईस... >> देखो तो तीरा-ओ-तारीक फ़ज़ा का आलम किस क़दर दरहम-ओ-बरहम है सितारों का निज़ाम तो चमकता है उफ़ुक़ पर अभी मानिंद-ए-हिलाल आसमाँ वक़्त का है मुंतज़िर-ए-माह-ए-तमाम Share on: