साथ छूटे थे साथ छूटे हैं Admin Sach, Aaina, Qita << तिरी यादों को प्यार करती ... मजबूरियों के नाम पे सब छो... >> साथ छूटे थे साथ छूटे हैं ख़्वाब टूटे थे ख़्वाब टूटे हैं मैं कहाँ जा के सच तलाश करूँ आज-कल आइने भी झूटे हैं Share on: