आँखों में हया उस के जब आई शब-ए-वस्ल By Rubaai << आता है जो मुँह में मुझे क... हर ग़ुंचे से शाख़-ए-गुल ह... >> आँखों में हया उस के जब आई शब-ए-वस्ल पलकों पे पलक उस ने गिराई शब-ए-वस्ल आलम ये सुपुर्दगी का उस ने देखा हर उज़्व में आँख मुस्कुराई शब-ए-वस्ल Share on: