दामाद-ए-रसूल की शहादत है आज By Rubaai << क्या तेरे ख़याल ने भी छेड... कोमल पद-गामिनी की आहट तो ... >> दामाद-ए-रसूल की शहादत है आज मासूमों पे फ़ातिमा के आफ़त है आज जन्नत में तड़पते हैं रसूल-उस-सक़लैन ख़ातून क़यामत पे क़यामत है आज Share on: