ऐ मोमिनो फ़ातिमा का प्यारा शब्बीर By Rubaai ऐ मोमिनो फ़ातिमा का प्यारा शब्बीर कल जाएगा भूका प्यासा मारा शब्बीर हो जाएँगे सब ता'ज़िया ख़ाने सुनसान आज और है मेहमान तुम्हारा शब्बीर Share on: