दौलत ने मुआ'विनत जो की तो क्या की Admin प्यारी की शायरी, Rubaai << गिरजा में गए तो पारसाई दे... बख़्त ने फिर मुझे इस साल ... >> दौलत ने मुआ'विनत जो की तो क्या की तालेअ' ने मुसाइदत जो की तो क्या की पीरी में नहीं फ़ाएदा कुछ भी ऐ 'शोर' दुनिया ने मुवाफ़क़त जो की तो क्या की Share on: