सय्यारों में साहिल है वो अज़्मत तुझ को By Rubaai << रखते हैं जो हम चाह तुम्हा... ये बात अजीब निगाह में आई ... >> सय्यारों में साहिल है वो अज़्मत तुझ को करती है सलाम झुक के रिफ़अत तुझ को ले हाथ में ऐ ज़मीन परचम अपना करनी है सितारों की क़यादत तुझ को Share on: