एम्बुलेंस सा हो गया है ये जिस्म शायरी एस एम एस, Shayari << कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्य... ख्वाहिश तो न थी >> एम्बुलेंस सा हो गया है ये जिस्म,सारा दिन घायल दिल को लिये फिरता है। Share on: