बहुत थक गया था परवाह करते करते Shayari << खिल सको तो फुल की तरह खि... तुझे चाहते हुए बहुत दूर आ... >> बहुत थक गया था परवाह करते करते ..जब से लापरवाह हुआ हूँ …आराम सा हैं . Share on: