दस दिनों की छुट्टी है और उनसे जाकर मिलना है जोकर शायरी, Shayari << मोहब्बत अगर अधूरी रह जाए ... टूटे हुए सपनो और छुटे हुए... >> दस दिनों की छुट्टी है और उनसे जाकर मिलना है....जब नदिया मिलेगी सागर से, बादल की तरह बरसना है !! Share on: