ए चाँद उस सुहागन की भी दुआ करना मंजूर Shayari << एक फूल अजीब है गलत तो नहीं हूं मैं पर जम... >> ए चाँद उस सुहागन की भी दुआ करना मंजूरसिमा पर तेनात हे जिसकी मांग का सिन्दुर !. Share on: