गुरुर किस बात का साहब गुरु पूर्णिमा की शायरी, Shayari << रो रो कर ढुंढा करोगे एक द... खिल सको तो फुल की तरह खि... >> गुरुर किस बात का साहब,आज मिट्टी के ऊपर तो कल मिट्टी के नीचे... Share on: