लम्हे जुदाई को बेकरार करते हैं Shayari << तुम्हारी पसंद हमारी चाहत ... रात की तन्हाई में उनको आव... >> लम्हे जुदाई को बेकरार करते हैं,हालत मेरे मुझे लाचार करते हैं,आँखे मेरी पढ़ लो कभी,हम खुद कैसे कहे की आपसे प्यार करते हैं. Share on: