लोग अब अभिमान के अनुकूल हैं तो क्या हुआ Shayari << मैं अपने दिल से हजार बार ... एयरफोर्स में जाना था दोस्... >> लोग अब अभिमान के अनुकूल हैं तो क्या हुआये हवाएँ आज फ़िर प्रतिकूल हैं तो क्या हुआएक द्रढ़ निश्चय बदल सकता है हर परिणाम कोचल पदों फिर रास्तों में शूल हैं तो क्या हुआ Share on: