मार दे एक दफ़ा ही Shayari << तुम्हारे प्यार की दास्तां... कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्य... >> मार दे एक दफ़ा ही, नशीला सा कुछ खिला के...क्यूँ जहर दे रहे हो, मोहब्बत मिला मिला के...जस्सी Share on: