न वादे है न कसमे है मेरे अहसास शायरी, Shayari << अफसोस! तो है दोस्त वक़्त ब... उनको मेरे करीब आने दो >> न वादे है न कसमे है,जमाने की न तो कोई रश्में हैं।सिर्फ अहसास का रिश्ता है जो कि सबके बस का नही है. Share on: