सर ऊँचा वही होगा झुके जो माँ के चरणों में भाग्य पर शायरी, Shayari << मोहब्बत से हम अपनी चाहतें... जब मुसकुराए वो >> सर ऊँचा वही होगा झुके जो माँ के चरणों मेंअभागे हैं झुकाते जो नहीं सर माँ के चरणों में ना मंदिर में ना मस्जिद में ना गुरुद्वारा ना गिरिजा में मुकम्मल बंदगी उसकी झुके जो माँ के चरणों में Share on: