ताज़ी है अब भी उस मुलाकात की खुशबू जज़्बा शायरी, Shayari << आओ चलें कहीं दूर जहाँ तुम छूह लो तुम यूं ज़रा सा >> ताज़ी है अब भी उस मुलाकात की खुशबूजज़्बात में डूबे हुवे लम्हात की खुशबूजिस हाथ कों पल भर के लिए थाम लिया थामुद्दत से है हाथ में उसी हाथ की खुशबू Share on: