आहटें सुन रहा हूँ यादों की By Sher << दिल-रुबा तुझ सा जो दिल ले... इक ग़लत सज्दे से क्या होत... >> आहटें सुन रहा हूँ यादों की आज भी अपने इंतिज़ार में गुम Share on: