आज इक और बरस बीत गया उस के बग़ैर By Sher << अपना साया तो मैं दरिया मे... आज मुझे अपनी आँखों से उस ... >> आज इक और बरस बीत गया उस के बग़ैर जिस के होते हुए होते थे ज़माने मेरे Share on: