आज इतना जलाओ कि पिघल जाए मिरा जिस्म By Sher << वो जो लैला है मिरे दिल मे... फ़रियाद की आती है सदा सीन... >> आज इतना जलाओ कि पिघल जाए मिरा जिस्म शायद इसी सूरत ही सुकूँ पाए मिरा जिस्म Share on: