आज का ख़त ही उसे भेजा है कोरा लेकिन By Sher << गिर न जाए तिरे मेयार से अ... तुम अपने ख़्वाब बचा कर रक... >> आज का ख़त ही उसे भेजा है कोरा लेकिन आज का ख़त ही अधूरा नहीं लिख्खा मैं ने Share on: