आज़ादियों का हक़ न अदा हम से हो सका By Sher << ऐ शम्अ' तुझ पे रात ये... ज़िक्र-ए-शराब-ए-नाब पे वा... >> आज़ादियों का हक़ न अदा हम से हो सका अंजाम ये हुआ कि गिरफ़्तार हो गए Share on: