आँख में जल्वा तिरा दिल में तिरी याद रहे By Sher << अभी होते अगर दुनिया में &... आग़ाज़ से ज़ाहिर होता है ... >> आँख में जल्वा तिरा दिल में तिरी याद रहे ये मयस्सर हो तो फिर क्यूँ कोई नाशाद रहे Share on: