आँख से क़त्ल करे लब से जलाए मुर्दे By Sher << आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा... तुझ से मैं जंग का एलान भी... >> आँख से क़त्ल करे लब से जलाए मुर्दे शोबदा-बाज़ का अदना सा करिश्मा देखो Share on: