आख़िरी बार मैं कब उस से मिला याद नहीं By Sher << आँख बीनाई गँवा बैठी तो तिरे गीतों का मतलब और है ... >> आख़िरी बार मैं कब उस से मिला याद नहीं बस यही याद है इक शाम बहुत भारी थी Share on: