आँखों में खटकती ही रही दौलत-ए-दुनिया By Sher << दिल में उमंग और इरादा कोई... अब ख़ुशी है न कोई दर्द रु... >> आँखों में खटकती ही रही दौलत-ए-दुनिया हर सिक्के की मछली में भी काँटा नज़र आया Share on: