तुम 'रज़ा' बन के मुसलमान जो काफ़िर ही रहे By Sher << तेरे नाम का तारा जाने कब ... हस्ती के भयानक नज़्ज़ारे ... >> तुम 'रज़ा' बन के मुसलमान जो काफ़िर ही रहे तुम से बेहतर है वो काफ़िर जो मुसलमाँ न हुआ Share on: