आशिक़ हूँ प माशूक़-फ़रेबी है मिरा काम By Sher << तेरे कूचे की हवा पूछे है ... अपने मरने का अगर रंज मुझे... >> आशिक़ हूँ प माशूक़-फ़रेबी है मिरा काम मजनूँ को बुरा कहती है लैला मिरे आगे though a lover i seduce my loved ones craftily laila speaks ill of majnuu.n when in front of me Share on: