आशिक़ को न ले जाए ख़ुदा ऐसी गली में By Sher << आएगा मेरे बाद 'फ़रोग़... हम न मानेंगे ख़मोशी है तम... >> आशिक़ को न ले जाए ख़ुदा ऐसी गली में झाँके न जहाँ रौज़न-ए-दीवार से कोई Share on: