आसमाँ और ज़मीं की वुसअत देख By Sher << बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ ... ये तय हुआ है कि शेर ओ अदब... >> आसमाँ और ज़मीं की वुसअत देख मैं इधर भी हूँ और उधर भी हूँ Share on: